अखंड महा रुद्राभिषेक | Maha Rudrabhishek

सुखदेव भक्ति फाउंडेशन, बिजलपुर धाम – इंदौर में 27 अप्रैल 2025 से अनिश्चितकाल तक भगवान शिव के श्रीविग्रह पर सरसों के तेल से महा रुद्राभिषेक का दिव्य आयोजन हो रहा है। यह आयोजन सभी श्रद्धालुओं के लिए खुला है और इसमें भाग लेकर भक्तजन शिव कृपा, ग्रह दोषों की शांति, मानसिक शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति कर सकते हैं।
इस आयोजन में पारंपरिक विधियों से पूजन किया जाता है – जिसमें स्थल शुद्धि, शिवलिंग की स्थापना, अभिषेक, अर्चना, मंत्र जाप, आरती और प्रसाद वितरण शामिल हैं।
सुखदेव भक्ति फाउंडेशन एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है जो शिव भक्ति, सनातन धर्म प्रचार और साधना की दिशा में कार्यरत है। यहाँ नियमित धार्मिक अनुष्ठान, हवन और भक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हर हर महादेव!
🔱 Maha Rudrabhishek | महा रुद्राभिषेक पूजा क्या है?
महा रुद्राभिषेक भगवान शिव को समर्पित एक अत्यंत प्रभावशाली और दिव्य पूजा है, जिसमें मंत्रों, जल, पंचामृत और विशेष रूप से इस आयोजन में सरसों के तेल से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। यह पूजा वेदों में वर्णित रुद्राभिषेक से भी अधिक विस्तृत और शक्तिशाली मानी जाती है। इस पूजा का उद्देश्य भगवान शिव को प्रसन्न कर सभी प्रकार की बाधाओं, दोषों और पीड़ाओं से मुक्ति पाना है।
इस बार सुखदेव भक्ति फाउंडेशन, बिजलपुर धाम – इंदौर में एक विशेष “Maha Rudrabhishek” का आयोजन हो रहा है, जो 27 अप्रैल 2025 से अनिश्चितकाल तक प्रतिदिन श्रद्धा भाव से सम्पन्न किया जा रहा है।









🔱 सुखदेव भक्ति फाउंडेशन - बिजलपुर धाम - इंदौर
सुखदेव भक्ति फाउंडेशन, इंदौर के पवित्र बिजलपुर धाम क्षेत्र में स्थित एक दिव्य और श्रद्धा से परिपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है। यह फाउंडेशन उन भक्तों के लिए एक पावन स्थल है जो भक्ति, ध्यान, साधना और शिव उपासना के माध्यम से आत्मिक शांति और मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर होना चाहते हैं।
यहाँ विभिन्न धार्मिक आयोजन, मंत्र जाप, हवन, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जप, शिव तांडव स्तोत्र पाठ एवं जन कल्याण के यज्ञ नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं।
फाउंडेशन का उद्देश्य है –
👉 सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना
👉 समाज में आध्यात्मिक जागरूकता लाना
👉 भक्ति, सेवा और संस्कारों से जीवन को दिव्यता की ओर ले जाना
महारुद्राभिषेक कैसे करें? (पूजा की विधि)
अगर आप महारुद्राभिषेक करना चाहते है तो आप को निन्म लिखित सामग्री और विधियों का ध्यान रखना होगा
1. पूजा स्थल की तैयारी
- सबसे पहले उस स्थान को साफ करें जहाँ पूजा करनी है।
- फिर उस स्थान को गंगाजल से पवित्र करें।
2. शिवलिंग की स्थापना
- एक चांदी या तांबे के पात्र में शिवलिंग की स्थापना करें।
3. आवाहन
- भगवान शिव का ध्यान करते हुए, मंत्रों के माध्यम से आवाहन करें।
- “ॐ नमः शिवाय” के साथ शिवजी का ध्यान करें।
4. अभिषेक
- क्रमशः इन वस्तुओं से अभिषेक करें:
- दूध
- दही
- घी
- शहद
- गंगाजल
- सरसों का तेल (इस विशेष आयोजन में)
- दूध
- प्रत्येक अभिषेक के समय “ॐ नमः शिवाय”, रुद्राष्टाध्यायी या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
5. अर्चना
- शिवलिंग को फूल, बेलपत्र, फल, धूप, दीप आदि से अर्पित करें।
6. भोग
- भगवान शिव को भोग (जैसे मिठाई, फल आदि) लगाएं।
7. मंत्र जाप
- नीचे दिए गए मंत्रों का जाप करें:
- रुद्राष्टाध्यायी
- महामृत्युंजय मंत्र
- शिव तांडव स्तोत्र
- रुद्राष्टाध्यायी
8. आरती
- दीपक जलाकर शिवलिंग की आरती करें।
9. प्रसाद
अंत में सभी भक्तों में प्रसाद का वितरण करें।
✨ रुद्राभिषेक के लाभ:
- नक्षत्रों के अशुभ प्रभाव को कम करता है
- विशेष रूप से जिनकी कुंडली में चंद्रमा, राहु, केतु, या शनि दोष है, उनके लिए यह पूजा अत्यंत फलदायक है।
- विशेष रूप से जिनकी कुंडली में चंद्रमा, राहु, केतु, या शनि दोष है, उनके लिए यह पूजा अत्यंत फलदायक है।
- नकारात्मकता को दूर करता है
- मन, शरीर और स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है एवं सकारात्मकता का संचार करता है।
- मन, शरीर और स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है एवं सकारात्मकता का संचार करता है।
- कर्मों की शुद्धि
- अनजाने में किए गए नकारात्मक कर्मों का शमन होता है, और आत्मा को शांति मिलती है।
- अनजाने में किए गए नकारात्मक कर्मों का शमन होता है, और आत्मा को शांति मिलती है।
- जीवन में सुरक्षा, शांति और समृद्धि लाता है
- रोग, भय, दरिद्रता और बाधाओं को दूर करता है एवं जीवन में शांति, सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है।
- रोग, भय, दरिद्रता और बाधाओं को दूर करता है एवं जीवन में शांति, सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है।
- चंद्र दोष की शांति
पीड़ित चंद्रमा के प्रभाव को शांत करता है, जिससे मानसिक संतुलन और भावनात्मक शांति प्राप्त होती है।
घर में रुद्राभिषेक करने से क्या होता है?
- घर में Maha Rudrabhishek करने से पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा बनी रहती है।
- परिवार में आपसी प्रेम, स्वास्थ्य और समृद्धि का वास होता है।
- घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव और नकारात्मकता कम होती है।
- विशेष रूप से सोमवार के दिन घर पर रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ माना गया है।
विशेष बात: सरसों के तेल से अभिषेक
इस आयोजन की सबसे विशेष बात यह है कि श्री शिवलिंग पर सरसों के तेल से अभिषेक किया जा रहा है, जो शत्रुनाश, ग्रह दोष शमन, और तामसिक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
आप भी बनें इस दिव्यता का भाग
इस दिव्य आयोजन का साक्षी बनने का अवसर प्राप्त करें और अपने जीवन में शिव कृपा का अनुभव करें। सुखदेव भक्ति फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह रुद्राभिषेक अनंत काल तक प्रतिदिन किया जाएगा, आप सुखदेव भक्ति के Instagram (Sukhdev Bhakti) पेज और YouTube (Sukhdev Bhakti)चैनल को फॉलो करके आप इस पवित्र महारुद्राभिषेक में शामिल हो सकते है!
🕉️ हर हर महादेव!
🌺 महा रुद्राभिषेक – एक दिव्य आध्यात्मिक अनुभव 🌺
स्थान: सुखदेव भक्ति फाउंडेशन, बिजलपुर धाम – इंदौर
दिनांक: 27 अप्रैल 2025 से अनिश्चितकाल तक
विशेष आयोजन: श्री शिवलिंग पर सरसों के तेल से दिव्य महा रुद्राभिषेक
✍️ लेखक: Sukhdev Bhakti Foundation
📍 स्थान: बिजलपुर धाम, इंदौर
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा हो, तो कृपया इसे शेयर करें और अधिक से अधिक लोगों को इस दिव्यता से जोड़ें। 🌸