श्री हनुमान जी, शिवजी के ग्यारहवें रूद्र अवतार है, वह उनके सभी अवतारों में सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं| इस धरा पर जिन सात मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं। हनुमान जी का अवतार भगवान राम की सहायता के लिये हुआ।
हनुमान जी के पराक्रम की असंख्य गाथाएँ प्रचलित हैं। इन्होंने जिस तरह से राम के साथ सुग्रीव की मैत्री कराई और फिर वानरों की मदद से असुरों का मर्दन किया, वह अत्यन्त प्रसिद्ध है। वे पवन-पुत्र के रूप में जाने जाते हैं। वायु अथवा पवन (हवा के देवता) ने हनुमान को पालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सुखदेव भक्ति परिवार द्वारा हनुमान मंदिर का नवनिर्माण एवं स्थापना 31 मार्च 2018 को किया गया | यह मंदिर अहिल्या की नगरी – इंदौर में स्थित है|